कृष्ण भक्तों के दिलों में बसे श्रीकृष्ण, जो रास रचैया और मुरली वाले बंसी बजैया के नाम से भी जाने जाते हैं, उनके प्रति इस गीत में गहरी भक्ति और प्रेम की भावना व्यक्त की गई है। यह गीत श्रीकृष्ण की अनुपस्थिति में भक्त के व्याकुल हृदय की आवाज़ को बखूबी दर्शाता है।
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गीत के बोल: (Kanha kahan ho lyrics)
रास रचैया कृष्ण कन्हैया चुप गए हो किस ओर,
मुरली वाले बंसी बजैया धुंधू मैं चितचोर……
यहां पर भक्त अपने कान्हा को पुकारते हैं और पूछते हैं कि वे कहाँ छुप गए हैं। श्रीकृष्ण के बंसी बजाने और उनके चितचोर रूप का वर्णन करते हुए, भक्त उनकी खोज में व्याकुल हो जाते हैं।
नदिया किनारे कही सांवरे की बंसी बाजी,
राधा रानी व्याकुल खाड़ी सारा दिन रहें तकी……
अधरो ने घोली धुन चित श्याम रंग में गम,
कान्हा कहा हो श्याम रे….
इसमें राधा रानी की व्याकुलता का वर्णन है जो नदिया किनारे श्रीकृष्ण की बंसी की धुन को सुनने के लिए तत्पर रहती हैं। श्रीकृष्ण की धुन और श्याम रंग में डूबे हुए चित की अनुभूति का वर्णन किया गया है।
नैनो से चुपके हो पर मन में रहते हो,
सामने आओ सांवरे हाए कान्हा कहा हो श्याम रे…..
यहां पर भक्त श्रीकृष्ण को अपने नयनों में छुपा हुआ महसूस करते हैं, लेकिन उनके मन में बसते हुए देखना चाहते हैं। भक्त उनसे सामने आने का आग्रह करते हैं और उन्हें श्याम रूप में पुकारते हैं।
जग की माया, चोर चाद के सांवरे मिलने दौड़ी चली आई,
लोग पुकारे बनवारी मुझको पाने को पागल हूं तेरी परछाई….
तेरे खाड़ी गुमसुम चित प्रेम रंग में गम,
कान्हा कहा हो श्याम रे….
अंत में, भक्त संसार की माया और चोर चाद के प्रभाव से परे जाकर श्रीकृष्ण से मिलने की व्याकुलता व्यक्त करते हैं। वे कहते हैं कि लोग उन्हें बनवारी कह कर पुकारते हैं और वे श्रीकृष्ण की परछाई में खोए हुए हैं।
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सारांश
यह गीत श्रीकृष्ण की अनुपस्थिति में भक्त की व्याकुलता और उनकी तलाश का भाव व्यक्त करता है। रास रचैया, बंसी बजैया और चितचोर रूप में श्रीकृष्ण के प्रति प्रेम और भक्ति का अद्भुत संगम इस गीत में देखने को मिलता है। भक्त श्रीकृष्ण को अपने सामने देखना चाहते हैं और उनकी धुन में खोए हुए हैं।
श्रीकृष्ण के प्रति इस भक्ति गीत में उनके अद्वितीय व्यक्तित्व और उनके प्रति असीम प्रेम का मार्मिक चित्रण किया गया है। यह गीत न केवल श्रीकृष्ण के प्रेमियों के दिलों को छूता है बल्कि उन्हें आध्यात्मिक आनंद की अनुभूति भी कराता है।